झारखंड में विधानसभा चुनाव के दो चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है। अब सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों की निगाहें वज्रगृहों (ईवीएम संग्रहण स्थल) पर टिकी हुई हैं, जहां जनता के वोट कैद हैं। 23 तारीख को मतगणना के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि गढ़वा सहित झारखंड में कौन विजयी होगा और राज्य में अगली सरकार किसकी बनेगी।
गढ़वा विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के प्रत्याशी और मौजूदा विधायक मिथिलेश ठाकुर ने अपनी जीत को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि न केवल गढ़वा से उनकी जीत सुनिश्चित है, बल्कि पलामू प्रमंडल की नौ सीटों में से छह सीटें महागठबंधन की झोली में आएंगी।
महागठबंधन की मजबूत स्थिति का दावा
दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के बाद जब उनसे झारखंड के अन्य हिस्सों की स्थिति के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा,
“कोल्हान और संथाल क्षेत्र सहित पूरे राज्य में महागठबंधन की स्थिति बेहद मजबूत है। हम हर जगह बढ़त बनाते हुए राज्य में बहुमत के साथ अगली सरकार बनाएंगे।”
गढ़वा में आत्मविश्वास से लबरेज मिथिलेश ठाकुर
गढ़वा में मिथिलेश ठाकुर का दावा है कि उनके विकास कार्यों और जनहित की नीतियों का जनता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन ने जनता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है, जो उनके लिए फायदेमंद साबित होगा।
विपक्ष पर कटाक्ष
ठाकुर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास न तो स्पष्ट मुद्दे हैं और न ही ठोस रणनीति। उन्होंने विश्वास जताया कि गढ़वा सहित झारखंड के अन्य हिस्सों में जनता महागठबंधन को मौका देगी।
23 को फैसला होगा साफ
मिथिलेश ठाकुर के इस दावे के बाद अब पूरा ध्यान 23 तारीख को होने वाली मतगणना पर है। मतगणना के बाद यह स्पष्ट होगा कि झारखंड में किसकी जीत होगी और कौन अगली सरकार बनाएगा।
झारखंड में जनता ने जो जनादेश दिया है, वह राज्य की राजनीतिक दिशा और भविष्य को तय करेगा।